शाला स्वास्थ्य परीक्षण (Shala Swasthya parikshan) विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पहल : शिक्षा का उद्देश्य केवल शैक्षणिक ज्ञान प्रदान करना ही नहीं है, बल्कि विद्यार्थियों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का समुचित विकास भी सुनिश्चित करना है। स्वस्थ विद्यार्थी ही शैक्षणिक गतिविधियों में पूरी तरह से सहभागी हो सकते हैं और उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं। इसी उद्देश्य के तहत राजस्थान सरकार ने “शाला स्वास्थ्य परीक्षण (Shala Swasthya Parikshan)” कार्यक्रम का शुभारंभ किया है।
यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की निगरानी करता है और उन्हें समय पर चिकित्सा सेवाएं प्रदान करता है, ताकि वे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहें। आज इस पोस्ट में हम आपको शाला स्वास्थ्य परिक्षण (Shala Swasthya Parikshan) को डिजिटल प्रवेशोत्सव एप पर कैसे करना है इसके बारे में विस्तार से बताएँगे।
शाला स्वास्थ्य परीक्षण (Shala Swasthya Parikshan) कार्यक्रम की पृष्ठभूमि
शाला स्वास्थ्य परीक्षण कार्यक्रम को लेकर राजस्थान सरकार ने बीकानेर स्थित कार्यालय-निदेशक, माध्यमिक शिक्षा द्वारा समस्त संभागीय निदेशक, जिला शिक्षा अधिकारी, और पीईईओ/यूसीईईओ को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का आकलन करना है, ताकि उनकी किसी भी स्वास्थ्य समस्या की पहचान कर उसका समाधान किया जा सके।
शाला स्वास्थ्य परीक्षण (Shala Swasthya Parikshan) कार्यक्रम का विजन
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुनिश्चित करना है। राजस्थान सरकार ने पिछले शैक्षणिक सत्र में भीलवाड़ा जिले में इस कार्यक्रम का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया था, जिसमें मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की जानकारी एकत्र की गई और उन्हें आवश्यक चिकित्सा सेवाएं प्रदान की गईं। इस पहल की सफलता को देखते हुए अब इसे पूरे राज्य में लागू किया जा रहा है।
Shala Swasthya Parikshan Praptra ( शाला स्वास्थ्य परिक्षण प्रपत्र ) यहाँ से डाउनलोड करे – Download PDF
Shala Swasthya Parikshan कैसे करे : कार्यक्रम की प्रक्रिया
1. डिजिटल प्रवेशोत्सव ऐप का उपयोग:
इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए शिक्षकों को डिजिटल प्रवेशोत्सव ऐप का उपयोग करना होगा। इस ऐप में “शाला स्वास्थ्य परीक्षण” का विकल्प चुना जाएगा, जिसके माध्यम से विद्यार्थियों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया जाएगा। ऐप को 12 अगस्त से पहले डाउनलोड या अपडेट करना अनिवार्य है। डिजिटल प्रवेशोत्सव ऐप से शाला स्वास्थ्य परिक्षण निम्न प्रकार किया जायेगा
डिजिटल प्रवेशोत्सव ऐप डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करे
शाला स्वास्थ्य परीक्षण कार्यक्रम की विस्तृत प्रक्रिया जानने के लिए यहां क्लिक करे – Click Here
शाला स्वास्थ्य परीक्षण के लिए निम्न चरणों का पालन करे :
- डिजिटल प्रवेशोत्सव एप डाउनलोड करें:
- सबसे पहले डिजिटल प्रवेशोत्सव एप को अपने मोबाइल में डाउनलोड और इंस्टॉल करें।
- शाला स्वास्थ्य परीक्षण पर क्लिक करें:
- एप में लॉगिन करने के बाद, “शाला स्वास्थ्य परीक्षण” विकल्प पर क्लिक करें।
- तीन ऑप्शन भरें:
- आपको तीन विकल्प भरने होंगे:
- स्टाफ कॉर्नर
- मोबाइल नंबर
- नाम
- आपको तीन विकल्प भरने होंगे:
- जीपीएस लोकेशन ऑन करें:
- जानकारी भरने के बाद, जीपीएस लोकेशन को ऑन करें।
- कक्षा और छात्र का चयन करें:
- अब जिस कक्षा के आप अध्यापक हैं, वह कक्षा और संबंधित छात्र प्रदर्शित हो जाएंगे।
- यदि कक्षा नहीं दिखती है, तो पहले कक्षा अध्यापक मैपिंग करें।
- कक्षा स्थिति के बॉक्स की पहचान करें:
- कक्षा चयन के बाद, तीन प्रकार के बॉक्स दिखेंगे:
- लाल: कार्य शुरू नहीं किया गया है।
- पीला: कार्य शुरू हो गया है।
- हरा: कार्य पूर्ण कर डाटा सिंक कर दिया गया है।
- कक्षा चयन के बाद, तीन प्रकार के बॉक्स दिखेंगे:
- छात्र का परीक्षण करें:
- कक्षा पर क्लिक करें और फिर छात्र के नाम पर क्लिक करें।
- प्रत्येक प्रश्न को ध्यान से पढ़ते हुए परीक्षण करें।
- लड़कियों का परीक्षण महिला शिक्षिका से करवाएं।
- परीक्षण पूर्ण होने के बाद, सभी बच्चों के सामने का बॉक्स लाल से पीला हो जाएगा।
- सुधार और डाटा सिंक:
- यदि कोई गलती या संशय हो, तो बच्चे के नाम पर क्लिक कर सुधार करें।
- पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद, ऊपर दाईं ओर तीन लाइनों पर क्लिक कर डाटा सिंक करें।
- कार्य पूर्ण करें:
- डाटा सिंक होते ही सभी बच्चों के सामने का बॉक्स हरे रंग में बदल जाएगा, जिससे यह पुष्टि हो जाएगी कि आपका स्वास्थ्य परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है।
2. सर्वेक्षण की तैयारी:
सर्वेक्षण के लिए शिक्षकों का चयन किया जाएगा। प्रत्येक कक्षा के लिए एक शिक्षक को नामित किया जाएगा, जो उस कक्षा के विद्यार्थियों का स्वास्थ्य परीक्षण करेगा। कक्षा 6 से 12 की बालिकाओं के लिए महिला शिक्षिका को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा, विद्यार्थियों की ऊंचाई और वजन का माप लेना भी जरूरी होगा।
3. सर्वेक्षण की अवधि:
इस वर्ष का शाला स्वास्थ्य परीक्षण 12 अगस्त 2024 से 31 अगस्त 2024 के बीच किया जाएगा। इस अवधि के भीतर सभी विद्यार्थियों का स्वास्थ्य परीक्षण करना अनिवार्य है।
Shala Swasthya Parikshan के उत्तरदायित्व
1. संस्था-प्रधान का उत्तरदायित्व:
संस्था-प्रधान को इस कार्यक्रम की निगरानी करनी होगी और यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी विद्यार्थियों का परीक्षण समय पर पूरा हो। उन्हें इस बात का ध्यान रखना होगा कि किसी भी विद्यार्थी का स्वास्थ्य परीक्षण न छूटे।
2. पीईईओ का उत्तरदायित्व:
पंचायत स्तर पर पीईईओ द्वारा इस कार्यक्रम की मॉनिटरिंग की जाएगी। सबसे कम समय में सर्वेक्षण पूरा करने वाले शिक्षकों को शिक्षक दिवस पर सम्मानित किया जाएगा।
3. सीबीईओ और सीडीईओ का उत्तरदायित्व:
ब्लॉक और जिला स्तर पर सीबीईओ और सीडीईओ को इस कार्यक्रम की निगरानी करनी होगी। उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी स्कूलों में स्वास्थ्य परीक्षण समय पर पूरा हो।
कार्यक्रम के लाभ और निष्कर्ष
शाला स्वास्थ्य परीक्षण कार्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की निगरानी करना और समय पर चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना संभव हो पाएगा। इस पहल से विद्यार्थियों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होगा, जिससे वे शैक्षणिक गतिविधियों में बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे।
यह कार्यक्रम मात्र एक सरकारी पहल नहीं है, बल्कि हमारे समाज और देश की उन्नति के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह सुनिश्चित करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हमारे बच्चे, जो हमारी राष्ट्रीय निधि हैं, शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहें।
Tawav