Bihar DELED Syllabus 2025 in Hindi: Download New Exam Pattern and Syllabus PDF

Bihar Deled Entrance Exam Syllabus 2025 in Hindi Bihar Deled Syllabus 2025 in Hindi
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बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड (BSEB) ने 2025-27 सत्र के लिए Bihar DElEd Entrance Exam 2025 का सिलेबस जारी कर दिया है। इस परीक्षा के लिए Bihar DElEd Admission 2025 की ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 11 जनवरी 2025 से शुरू होकर 22 जनवरी 2025 तक चलेगी। जो उम्मीदवार इस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए Bihar DElEd Syllabus 2025 in Hindi की पूरी जानकारी होना बेहद जरूरी है। सही सिलेबस और परीक्षा पैटर्न की समझ से उम्मीदवार अपनी तैयारी को बेहतर और मजबूत बना सकते हैं। बिहार डीएलएड सिलेबस 2025 को ध्यान में रखकर सही रणनीति बनाकर आप इस परीक्षा में सफलता हासिल कर सकते हैं।

आज इस लेख में, हम आपको Bihar DELED Syllabus 2025 in Hindi और नई परीक्षा पैटर्न की विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, आपको सिलेबस को करने का विकल्प भी मिलेगा, जिससे आप सिलेबस को डाउनलोड कर उसका प्रिंटआउट निकाल सकते हैं। प्रिंटआउट की मदद से आप अपनी तैयारी को अधिक व्यवस्थित और प्रभावी बना सकते हैं। इस सिलेबस के माध्यम से आप परीक्षा में पूछे जाने वाले विषयों और उनके महत्वपूर्ण टॉपिक्स को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे, जो आपकी सफलता की कुंजी साबित हो सकती है।

AspectDetails
Conducting BodyBihar School Examination Board (BSEB)
Examination NameBihar DElEd Joint Entrance Examination 2025 (JEE)
Academic Session2025-2027
Course OfferedDiploma in Elementary Education (DElEd)
Course Duration2 Years
Mode of ExaminationOffline (Pen & Paper-based)
Type of QuestionsMultiple Choice Questions (MCQs)
Total Questions120
Total Marks120
Exam Duration150 minutes (2 hours 30 minutes)
Negative MarkingNo Negative Marking
Official Websitehttps://www.deledbihar.com/login

बिहार डीएलएड प्रवेश परीक्षा ऑनलाइन माध्यम (Computer Based Test) से आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा में कुल 120 प्रश्न होंगे, जो वस्तुनिष्ठ (Objective Type) और बहुविकल्पीय (Multiple Choice) होंगे। परीक्षा की अवधि 150 मिनट (2 घंटे 30 मिनट) निर्धारित है। कुल मिलाकर, परीक्षा में 120 प्रश्न होंगे, और प्रत्येक सही उत्तर के लिए 1 अंक दिया जाएगा। यहाँ Bihar DELED Entrance Exam 2025 Syllabus को निम्नानुसार विभाजित किया

क्रम संख्याविषयप्रश्नों की संख्याअंक
1सामान्य हिंदी/उर्दू (General Hindi/Urdu)2525
2गणित (Mathematics)2525
3विज्ञान (Science)2020
4सामाजिक अध्ययन (Social Studies)2020
5सामान्य अंग्रेजी (General English)2020
6तार्किक एवं विश्लेषणात्मक क्षमता (Logical & Analytical Reasoning)1010
कुल120120

न्यूनतम उत्तीर्णांक (Qualifying Marks): परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए न्यूनतम अंक इस प्रकार हैं

  • सामान्य श्रेणी (General Category): 35%
  • आरक्षित श्रेणी (Reserved Category): 30%

यह परीक्षा 10वीं कक्षा के स्तर की होगी, और इसमें सफलता प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों को अच्छी तैयारी करनी चाहिए। और Bihar Deled Syllabus 2025 का ध्यान पूर्वक अध्ययन करना चाहिए

Bihar Deled Syllabus 2025 in Hindi
Bihar Deled Entrance Exam 2025 Syllabus

यहाँ नीचे विषयवार बिहार डीएलएड प्रवेश परीक्षा 2025 सिलेबस को हिंदी में विस्तार से समझाया गया है और नीचे दिए गये लिंक से इस सिलेबस की पीडीएफ डाउनलोड कर सकते है।

संधिः प्रकार सहित, समासः रचना और प्रकार सहित, संक्षेपणः विभिन्न प्रकार के गद्यांशों के संक्षेपण से संबंधित अभ्यास, पारिभाषिक एवं तकनीकी शब्दः उदाहरण स्वरूप वाक्यों में प्रयुक्त शब्दों से ऐसे शब्दों की पहचान। मुहावरे और लोकोक्तियाँः वाक्य-प्रयोग, वाक्य-शुद्धि, पदबंध, वाच्य और उनके भेद, वाक्य-प्रकार। साहित्यशास्त्रः शब्द-शक्ति (व्यंजना), अलंकारः अर्थालंकार जैसे उपमा, रूपक, उत्प्रेक्षा, विरोधाभास, छंद (प्रमुख वार्णिक छंद), काव्य-गुण और रस आदि।

  • Sequence of Tenses in Connected Speech
  • Reported Speech in Extended Texts
  • Use of Non-finites
  • Passive Voice
  • Punctuation Marks (Semicolon, Colon, Dash, Hyphen, Parentheses, Brackets, and Exclamation Mark)
  • Prepositions
  • Synthesis Using Cohesive Devices
  • Phrases and Idioms: Phrasal Verbs and Prepositional Phrases
  • Clauses: Conditional Clauses
  • Subject-Verb Agreement

  • पादप एवं जन्तु जनन एवं गुणवत्ता सुधार के लिए चयन: उर्वरक एवं खाद का उपयोग, कीट रोगों से बचाव, जैविक कृषि।
  • वाष्पीकरण, उष्मा का अवशोषण
  • ठोस, द्रव और गैस की विशिष्टताएँ: आकार, आयतन, घनत्व, पदार्थ की अवस्था में परिवर्तन- द्रवण, जमना, वाष्पीकरण, सुघनन, उर्ध्वपातन।
  • तत्व, यौगिक और मिश्रण: समांगी और असमांगी मिश्रण, कोलाइड्स और निलंबन, मूल इकाई अणु और परमाणु, स्थिर अनुपात का नियम, आणविक और परमाणविक संहतियाँ। मोल की अवधारणा, कण की संहति और संख्या के साथ मोल का संबंध, संयोजकता, सामान्य यौगिकों के रासायनिक सूत्र, परमाणु संरचना (इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन, न्यूट्रॉन), समस्थानिक और समभारिक।
  • पौधे और जन्तुओं में विविधता: वैज्ञानिक नामकरण, वर्गीकरण का आधार, वर्गों और समूहों का पदानुक्रम। प्रमुख पौधों के समूह: बैक्टीरिया, थैलोफाइटा, ब्रायोफाइटा, टेरिडोफाइटा, जिम्नोस्पर्म, एंजियोस्पर्म। प्रमुख जन्तु समूह: अकशेरूकी और कशेरूकी (कोशिका जीवन की आधारभूत इकाई, प्रोकारियोट और यूकारियोट कोशिका)।
  • सूक्ष्मजीवों से उत्पन्न होने वाले रोग और बचाव: जीवाणु, विषाणु, प्रोटोजोआ आदि से उत्पन्न रोग।
  • सक्रियता और गति: विस्थापन, वेग, समान और असमान वेग, त्वरण, गति के समीकरण, समान वृत्तीय गति का प्रारंभिक ज्ञान, बल और गति, न्यूटन के गति नियम, पिंड का जड़त्व, संवेग और संहति संवेग, गुरुत्वाकर्षण के नियम।
  • कार्य, ऊर्जा और शक्ति: बल द्वारा किया गया कार्य, ऊर्जा, गतिज और स्थैतिक ऊर्जा, ऊर्जा का संरक्षण।
  • ध्वनि: ध्वनि की प्रकृति, वेग, मानव के सुनने की सीमा, पराध्वनि, सोनार, ध्वनि का परावर्तन और प्रतिध्वनि, मानव कान की संरचना।
  • प्राकृतिक संसाधन और उनका संरक्षण: वायु, जल, मिट्टी, श्वसन के लिए वायु का महत्व, वायु का चलना और मानसून में भूमिका, वायुजल और मृदा प्रदूषण, ओजोन परत में छेद, जैव-भू रासायनिक चक्रण, जल, ऑक्सीजन, कार्बन और नाइट्रोजन चक्र।
  • रासायनिक प्रतिक्रियाएँ: संयोग प्रतिक्रिया, विघटन प्रतिक्रिया, विस्थापन प्रतिक्रिया, द्विविस्थापन प्रतिक्रिया, अवक्षेपण प्रतिक्रिया, हाइड्रोजन और ऑक्सीजन की प्राप्ति और हानि।
  • धातुकर्म और तत्वों का वर्गीकरण: धातुओं के गुण, रासायनिक बंधन, संतृप्त हाइड्रोकार्बन, एल्कोहल, कार्बोक्सिलिक एसिड, डालीफ की आवर्त तालिका और तत्वों के गुणों में परिवर्तन।
  • पर्यावरणीय समस्याएँ और उनका समाधान: जैव अविघटित प्रदूषण, ओजोन क्षरण, जैविक विविधता का संरक्षण, चिपको आंदोलन और कानूनी पहलू।
  • प्रकाश और ध्वनि: प्रकाश का अपवर्तन, अवतल दर्पण से प्रतिबिंब का निर्माण, प्रकाश के वेग, सापेक्ष अपवर्तनांक, विक्षेपण और प्रकीर्णन।
  • ऊर्जा के स्रोत: जीवाश्म ईंधन, सौर ऊर्जा, बायोगैस, जल और ज्वारीय ऊर्जा, नाभिकीय ऊर्जा, नवीकरणीय और गैर-नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत।

  • संख्या-पद्धति: वास्तविक संख्याएँ।
  • बीजगणित: चर के दो चरणों वाले रैखिक समीकरण, चर के दो चरणों वाले रैखिक असमीकरण, द्विघात समीकरण, और संख्यात्मक गणना।
  • व्यावसायिक गणित: साधारण और चक्रवृद्धि ब्याज, छूट, क्षेत्रफल, और भुगतान और ब्याज।
  • निर्देशांक ज्यामिति: निर्देशांक ज्यामिति की रेखाएँ और कोण, त्रिभुज, चतुर्भुज, परिधि, वृत्त आदि।
  • क्षेत्रमिति: क्षेत्रफल (पृष्ठीय क्षेत्रफल, समतल क्षेत्रफल) और आयतन (घन, सिलेंडर, शंकु, गोला आदि)।
  • सांख्यिकी: सांख्यिकी का मूलभूत परिचय।
  • त्रिकोणमिति: त्रिकोणमितीय समीकरण, उनके गुण और त्रिकोणमितीय अनुपातों का उपयोग।
  • भौगोलिक खोज: भौगोलिक खोजों का परिणाम
  • अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम
  • फ्रांस की क्रांति
  • नाजीवाद और हिटलर
  • प्रथम विश्वयुद्ध और द्वितीय विश्वयुद्ध
  • आदिवासी समाज और उपनिवेशवाद: आदिवासी समाज में उपनिवेशवाद के विरुद्ध गोलबंदी – बिरसा मुंडा, चुआड़, तिलका मांझी, बसरा आदि।
  • कृषि और खेतिहर समाज: वर्तमान समय में ग्रामीण अर्थव्यवस्था में परिवर्तन, संदर्भ – बिहार (केला, गन्ना, गेहूँ, लीची), संयुक्त राज्य अमेरिका (गेहूँ, कपास)।
  • राष्ट्रसंघ और संयुक्त राष्ट्र संघ: राष्ट्रसंघ का प्रयास, राष्ट्रसंघ की विफलता, संयुक्त राष्ट्र संघ।
  • यूरोप में राष्ट्रवाद: 1830 ई. के बाद यूरोप में राष्ट्रवाद का विकास, मेजिनी आदि का विचार, पोलैण्ड, हंगरी, इटली, जर्मनी, ग्रीस आदि के आंदोलनों की सामान्य विशेषताएँ।
  • समाजवाद और साम्यवाद: 1917 के बोल्शेविक क्रांति।
  • हिन्द-चीन में राष्ट्रवादी आंदोलन: हिन्द-चीन में फ्रांसीसी उपनिवेशवाद, फ्राँसियों के विरुद्ध संघर्ष, द्वितीय विश्वयुद्ध और मुक्ति संघर्ष, अमेरिका और द्वितीय विश्वयुद्ध।
  • भारत में राष्ट्रवाद (1914-1930): प्रथम विश्वयुद्ध के कारण और परिणाम का भारत से संबंध, खिलाफत आंदोलन, असहयोग आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन (पृष्ठभूमि, कारण, परिणाम), किसान, मजदूर और जनजातियों का विद्रोह, विभिन्न राजनीतिक पार्टियों की गतिविधियाँ।
  • अर्थव्यवस्था और आजीविका: औद्योगिकीकरण (1850-1950), ब्रिटेन और भारत में औद्योगिकीकरण, औद्योगिक उत्पादन एवं कुटीर उद्योगों के बीच संबंध, मजदूरों की आजीविका (ब्रिटेन और भारत), संगठित और असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों का जीवन स्तर।
  • शहरीकरण और शहरी जीवन
  • व्यापार और भूमंडलीकरण: 19वीं और प्रारंभिक 20वीं शताबदी में विश्वबाजार का विस्तार और एकीकरण, दो महायुद्धों के दौरान व्यापार और अर्थव्यवस्था, 1950 के दशक के बाद परिवर्तन।
  • प्रेस, संस्कृति और राष्ट्रवाद: 19वीं सदी के भारत में प्रेस का विकास, प्रिंट संस्कृति, आम बहस और राजनीतिक संबंध।
  • स्थिति और विस्तार: विश्व मानचित्र पर भारत की स्थिति, भारत का भौगोलिक विस्तार।
  • अपवाह स्वरूप: अपवाह तंत्र, नदियाँ, जलाशय, मानव सभ्यता की जीवन रेखा के रूप में नदियाँ, नदियों का संरक्षण और प्रदूषण रोकने के उपाय, मानव जीवन पर प्रभाव।
  • भारतीय जलवायु को प्रभावित करने वाले कारक।
  • प्राकृतिक वनस्पति और वन्य प्राणी: वनस्पतियों के प्रकार, महत्व, वितरण, वनों में निवास करने वाले जीवों की उपयोगिता, वनस्पति और जीवों का संरक्षण।
  • जनसंख्या: जनसंख्या का आधार – घनत्व, वितरण, जनसंख्या परिवर्तन को निर्धारित करने वाले कारक – वृद्धि, प्रवजन, शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएँ, राष्ट्रीय जनसंख्या नीति, जनसंख्या वृद्धि के दुष्प्रभाव।
  • भारत के पड़ोसी देश: स्थिति और विस्तार, संक्षिप्त परिचय – नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, श्री लंका और पाकिस्तान, जलवायु की विशेषताएँ, उद्योग-धंधे और खनिज, उद्योग-धंधों का अर्थव्यवस्था पर प्रभाव।
  • मानचित्र अध्ययन: मापक – परिभाषा, उपयोगिता, मापक प्रदर्श की विधियाँ, सरल और तुलनात्मक मापक।
  • क्षेत्रीय अध्ययन: भूमिगत जलस्तर में गिरावट – कारण और उपाय, भूमि उपयोग के स्वरूप में परिवर्तन, प्रदूषण – प्रकार, कारण और बचाव।
  • संसाधन: संसाधन का महत्व, प्रकार, संसाधन नियोजन, सतत विकास की अवधारणा, प्राकृतिक संसाधन – भूमि संसाधन, मृदा निर्माण, मृदा के प्रकार और वितरण, भूमि उपयोग का बदलता स्वरूप, भूक्षरण और भूसंरक्षण।
  • कृषि संसाधन: रोजगार, उत्पादन, खाद्य सुरक्षा, वैश्वीकरण और कृषि पर इसका प्रभाव, पशुपालन और मत्स्य पालन।
  • जल संसाधन: जल के स्रोत, वितरण, जल संसाधन का उपयोग, बहुद्देश्यीय परियोजनाएँ, जल संकट, जल-संरक्षण और प्रबंधन की आवश्यकता, वर्षा जल-संग्रहण और पुनर्चक्रण, सोन परियोजना का अध्ययन।
  • खनिज संसाधन: खनिजों के प्रकार, वितरण, खनिजों का आर्थिक महत्व और खनिजों का संरक्षण।
  • वन और वन्य प्राणी संसाधन: प्रकार, वितरण, वन संपदा और वन्य जीवों का ह्रास और संरक्षण, वन्यजीव और जैव विविधता की उपयोगिता।
  • शक्ति संसाधन: शक्ति संसाधन के प्रकार, पारंपरिक और गैर-पारंपरिक शक्ति के साधन, वितरण, उपयोग और संरक्षण।
  • निर्माण उद्योग: उद्योगों का वर्गीकरण, क्षेत्रीय वितरण, राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में उद्योगों का योगदान, वैश्वीकरण का भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव, उद्योगों से उत्पन्न प्रदूषण का प्रभाव, प्रदूषण को नियंत्रित करने के उपाय।
  • परिवहन, संचार और व्यापार: परिवहन के प्रकार और महत्व, संचार के माध्यम और उनका महत्व, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर परिवहन और संचार के साधनों का प्रभाव, जनजीवन पर प्रभाव।
  • बिहार प्राकृतिक संसाधन और जनसंख्या: कृषि संसाधन, जल संसाधन, वन, वन्य जीव और संरक्षण, खनिज संसाधन, शक्ति संसाधन, उद्योग और परिवहन, जनसंख्या आकार, घनत्व, वितरण, नगरों का विकास।
  • समकालीन विश्व में लोकतंत्र: लोकतंत्र का व्यापक अर्थ।
  • संविधान निर्माण: भारतीय संविधान की विशेषताएँ।
  • लोकतंत्र में चुनावी राजनीति: भारत में चुनावी प्रणाली – (क) निर्वाचन क्षेत्र (आरक्षित/अनारक्षित), (ख) मतदाता सूची, (ग) चुनाव अभियान, (घ) मतदान और मतगणना।
  • संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ: संसदीय लोकतंत्र में निर्णय करने वाली संस्थाएँ – (क) संसद, (ख) राष्ट्रपति/प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद, (ग) उच्चतम न्यायालय, तीनों संस्थाओं के आपसी संबंध।
  • लोकतांत्रिक अधिकार: मौलिक अधिकार, अधिकारों का बढ़ता दायरा, मानवाधिकार, सूचना का अधिकार।
  • सत्ता की साझेदारी: लिंग भेद और साम्प्रदायिक विभेद, सत्ता में साझेदारी की कार्य-प्रणाली, लोकतंत्र में प्रतिस्पर्धा और संघर्ष – प्रतिस्पर्धा और संघर्ष के अर्थ, जनसंघों की भूमिका, राजनीतिक दल, भारत के प्रमुख राजनीतिक दल (राष्ट्रीय और क्षेत्रीय), राजनीतिक दलों में प्रतिस्पर्धा का लोकतंत्र के सशक्तीकरण और राष्ट्रीय विकास में योगदान।
  • लोकतंत्र की उपलब्धियाँ: (क) उत्तरदायी और वैध शासन, (ख) आर्थिक संवाद और विकास, (ग) सामाजिक विषमता और सामंजस्य, भारतीय लोकतंत्र कितना सफल है? भारत में लोकतंत्र की सफलता के कारक तत्व।
  • लोकतंत्र की चुनौतियाँ।
  • Analogy, Classification, Series
    Coding-Decoding, Blood Relations, Direction Sense Test, Logical Venn Diagrams, Alphabet Test, Sitting Arrangements, Mathematical Operations, Arithmetical Reasoning, Inserting the Missing Character, Number, Ranking and Time, Sequence Test, Eligibility Test.
  • Syllogism
    Statement and Arguments, Statement and Assumptions, Statement and Courses of Action, Statement and Conclusions, Deriving Conclusions, Assertion and Reason, Punch Lines, Situation Reaction Tests, Cause and Effect, Analytical Reasoning.
DetailsLink/Information
Official WebsiteVisit Official Website
Syllabus DownloadDownload Syllabus PDF
Official NotificationDownload Official Notification PDF
  1. Bihar Deled Entrance Exam 2025 की आवेदन की तिथियाँ क्या है ?

    इस प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन दिनांक 11 जनवरी से 22 जनवरी 2025 तक किये जा सकते है

  2. बिहार डीएलएड प्रवेश परीक्षा 2025 में नकारात्मक अंकन कितना है?

    इसमें प्रत्येक सही उत्तर के लिए 1 अंक दिया जायेगा

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